मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले एक इंजीनियरिंग छात्र ने ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली। जानकारी के मुताबिक 20 वर्षीय युवक का शव टीटी नगर स्थित उसके आवास में लटका हुआ मिला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना स्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। छात्र के पिता विजय नामदेव ने खुलासा किया कि उनका बेटा दीपक ऑनलाइन गेमिंग एडिक्ट था। जिसके बाद उसने ये कदम उठाया।
पुलिस पूछताछ के दौरान पिता ने बताया कि उनका बेटा अपने स्मार्टफोन पर ऑनलाइन गेमिंग में ज्यादा बिजी रहता था। विजय को संदेह था कि उसका बेटा सट्टेबाजी और जुए जैसी गतिविधियों में भी शामिल था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, विजय मालवीय नगर क्षेत्र में एक सब्जी की दुकान चलाता है। दीपक नाम का बेटा भोपाल के एक निजी कॉलेज से बीटेक कर रहा था। एएसआई अखिलेश त्रिपाठी द्वारा आगे पूछताछ करने पर पिता ने यह भी बताया कि दीपक ने कुछ लेनदेन में अपने बैंक खाते से 14,000 रुपये ट्रांसफर किए थे।
ऑनलाइन सट्टेबाजी के संदेह में नामदेव परिवार ने अपने बेटे की काउंसलिंग भी की। हालांकि काउंसलिंग का कोई असर नहीं हुआ। स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। इस बीच, यह पहली बार नहीं है जब आत्महत्या का मामला सामने आया है। ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी की लत के कारण आत्महत्या के कई मामले नियमित रूप से सामने आते रहते हैं। कर्ज में डूबे जीवन और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के मामले भी अतीत में अनुभव किए गए हैं।
ऑनलाइन गेमिंग की लत के मामलों में हो रहा है इजाफा
इन मामलों के परिणामस्वरूप, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कई विरोध प्रदर्शन हुए हैं। युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग की लत के प्रमुख कारणों में सेलिब्रिटी प्रभाव और झूठे एंडोर्समेंट को बताया जाता है। भले ही सेलिब्रिटी पैसे के लिए एक ब्रांड का प्रचार करते हैं।