रियल मनी गेमिंग कंपनियों के कारोबार पर केंद्र सरकार पिछले कुछ समय से लगातार प्रहार कर रही है। पहले इस सेक्टर पर जीएसटी 28 परसेंट किया गया और अब लगातार कंपनियों को जीएसटी चोरी के बड़े बड़े नोटिस भेजे जा रहे हैं। अभी तक कुल मिलाकर एक लाख करोड़ रुपये से ज्य़ादा के टैक्स चोरी के नोटिस कंपनियों को मिल चुके हैं।
डायरेक्टर जनरल GST इंटेलिजेंस ने ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग कंपनियों पर जीएसटी का सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया है। डायरेक्टर जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने गेमिंग इंडस्ट्री पर पिछले कुछ समय में ही एक लाख करोड़ रुपये से ज्य़ादा की टैक्स चोरी के नोटिस भेजे हैं। सोमवार को जहां जहां Dream11 को ₹25,000 करोड रुपए का जीएसटी चोरी का नोटिस भेजा गया। वहीं गेम्स 24/7 को 20000 करोड रुपए की टैक्स चोरी का नोटिस भेजा गया है।
इंडस्ट्री से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया जहां Dream11 को 25,000 करोड रुपए का कारण बताओं नोटिस भेजा गया है, वही इसके साथ ही रमी सर्किल, my11circle आदि को भी करीब 5000 के जीएसटी चोरी के नोटिस भेजे गए हैं। इस तरह से कुल मिलाकर सोमवार को ही 55,000 करोड रुपए के नोटिस रियल मनी गेमिंग कंपनियों को भेजे जा चुके हैं। इससे पहले डेल्टा कॉर्प को करीब 16,800 करोड रुपए की टैक्स चोरी का नोटिस भेजा था।
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gamingindia.in ने पहले ही बताया था कि, बहुत सारी कंपनियों को टैक्स चोरी के नोटिस मिलने वाले हैं। इससे पहले गेम्स क्राफ्ट को भी 21000 करोड रुपए की टैक्स चोरी का नोटिस दिया गया था। जिसका केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। अगर इन सभी को जोड़ लिया जाए तो अभी तक रियल मनी गेमिंग को 1 लाख करोड रुपए से ज्यादा के टैक्स चोरी नोटिस जा चुके हैं। हाल ही में सरकार ने रियल मनी गेमिंग पर जीएसटी 18 परसेंट से बढ़कर 28% कर दिया था की टैक्स चोरी का नोटिस भेजा है।