इंडियन प्रीमियर लीग हमेशा से सट्टेबाजी साइटों के लिए एक आकर्षक अवसर रहा है, लेकिन प्रभावशाली लोग अब भारत बनाम वेस्टइंडीज श्रृंखला को “नो जीएसटी” के जरिए लुभाने की कोशिश कर रही हैं। ऑनलाइन गेमिंग पर कर लगाने पर चर्चा करने के लिए 2 अगस्त को जीएसटी परिषद की निर्धारित बैठक से पहले गेमिंग उद्योग का सबसे बुरा डर सामने आ रहा है। असल में ऑफशोर सट्टेबाजी कंपनियां, जो आसान पैसा बनाने के विकल्पों के साथ खिलाड़ियों को लुभाने के लिए जानी जाती हैं उन्होंने पैसा कमाने के लिए नए प्रमोशन को शुरू कर दिया है और जिसके जरिए ये दावा किया जा रहा है कि ‘कोई टैक्स नहीं’ लिया जाएगा ।
जीएसटी के फैसले के बीच अब 1xBet, WinBuzz, Fairplay, और अन्य जैसे प्लेटफॉर्म अपना एक्सपेंशन कर रही हैं और सोशल मीडिया पर अभिनेताओं और प्रभावशाली लोगों के साथ अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। वह इन लोगों के जरिए अपने साइट को प्रमोट कर रही हैं। हालांकि अभी तक इस तरह की साइट बड़े इन्फ्लूएंर्स को ही एप्रोच कर रही थी लेकिन अब उन्होंने माइक्रो-इन्फ्लुएंसर्स (10,000-100,000 फॉलोअर्स) और नैनो-इन्फ्लुएंसर्स (100 से 10,000 फॉलोअर्स) को टारगेट किया है। ताकि ‘नो टीडीएस’, ‘नो जीएसटी’ और यहां तक कि ‘लॉसबैक बोनस’ के जरिए प्रचार कर रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ’24×7 जीतने वाली निकासी पर कोई जीएसटी नहीं, और रेफरल कोड बोनस’ जैसी सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए ये प्रमोशन कर रहे हैं। इन वीडियो के जरिए प्रचार करने के लिए ये इन्फ्लूएसर 1000 रुपये से 1 लाख रुपये के बीच शुल्क ले रहे हैं।
इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर अविक सरकार ने कहा, “सरकार द्वारा ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने के फैसले के बाद प्लेयर्स ऑफशोर प्लेटफार्मों की ओर रुख कर रहे हैं और जहां ये दावा किया जा रहा है कि जीएसटी या टीडीएस नहीं लिया जाएगा।
फिल्म स्टार कर रहे हैं प्रचार
भारत के बाहर स्थित ऑनलाइन जुआ कंपनियां के लिए रणबीर कपूर, बादशाह, सुनील शेट्टी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे फिल्म स्टार प्रचार कर रही हैं। ये कंपनियां क्यूआर कोड को स्कैन करने से उपयोगकर्ताओं को व्हाट्सएप बिजनेस अकाउंट पर रीडायरेक्ट कर रही हैं और जिसमें खेलने वाले का नाम और पासवर्ड मिलता है और उसके बाद इन अवैध साइटों पर पहुंचा जा सकता है।