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Lottery King Santiago चुनावी बांड खरीदकर राजनैतिक चंदा देने ने में सबसे ऊपर

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Martin Santiago

Lottery King Santiago मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग (future gaming) ने 1368 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रोरल बांड खरीदे थे। चुनाव आयोग (Election Commission) ने कल देर शाम को चुनावी बांड खरीदने वालों की लिस्ट (List of those who bought electoral bonds) जारी कर दी है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की दी गई डेड लाइन के एक दिन पहले चुनाव आयोग ने अपनी साइट पर चुनावी बांड खरीदने वालों की लिस्ट अपलोड कर दी है। इस लिस्ट को देखें तो सबसे ऊपर लॉटरी किंग सेंट मार्टिन (Lottery King Santiago) हैं। ऐसा तब है, जबकि मार्टिंन के कारोबार की जांच खुद ईडी पिछले 10 सालों से कर रही है।

चुनाव आयोग के निर्देशों के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने यह चुनावी बांड जारी किए थे और इसे विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों ने खरीदा था, इन बांड को खरीदने का खरीदा गया पैसा राजनैतिक दलों के खातों में गया था। यह कदम चुनावों में फंडिंग में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया गया था। अप्रेल 12, 2019 से लेकर इस साल जनवरी 24 तक यह चुनावी बांड खरीदे गए थे।

जिन कंपनियों ने 100 करोड़ रुपये से ज्य़ादा के चुनावी बांड खरीदे हैं, उनमें सबसे ऊपर फ्यूचर गेमिंग, मेघा इंजिनियरिंग, क्विकसप्लाई चेन, वेदांता ग्रुप और एस्सेल माइनिंग शामिल हैं। जिन राजनैतिक पार्टियों को इस चुनावी बांड खरीदने से सबसे ज्य़ादा फायदा हुआ है, उनमें केंद्र में सत्तारूढ भाजपा सबसे ऊपर है। भाजपा को कुल 6061 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा इन बांड के तौर पर मिला है। जबकि इसके बाद ममता बनर्जी की टीएमसी का नाम है, जिसको 1609 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा बांड के तौर पर मिला है। कांग्रेस इस लिस्ट मे तीसरे नंबर पर है। उसे बांड खरीद से 1421 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा मिला है। इसके बाद बीआरएस और बीजेडी को चुनावी चंदा मिला है।

तमिलनाडू के रहने वाले सेंट मार्टिन को देश का लॉटरी किंग कहा जाता है। लॉटरी किंग का लॉटरी का कारोबार सिक्किम से लेकर पश्चिम बंगाल और तमिलनाडू तक फैला हुआ है। पेपर लॉटरी के सबसे बड़े कारोबारी सेंट मार्टिन है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर तमिलनाडू के मुख्यमंत्री स्टालिन के साथ इनके काफी अच्छे रिश्ते हैं। अब चुनावी बांड की खरीद में भी राजनैतिक पार्टियों को लेकर इनका संबंध सबके सामने आ गया है।

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