भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने नवीनतम नियमों में बदलाव करते हुए प्रीपेड भुगतान उपकरण (पीपीआई) को को-ब्रांडिंग व्यवस्था में एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) सेवाएं प्रदान करना बंद करने का निर्देश दिया है। जिसमें फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 का ड्रीमएक्स भी शामिल है, जिसे हाल ही में लॉन्च किया गया था।
पीपीआई ऐसे उपकरण हैं विभिन्न सर्विसेस के लिए भुगतान करना, वित्तीय लेनदेन करना या प्रेषण सेवाओं की अनुमति देने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। डेबिट और क्रेडिट के जरिए भी फाइनेंसियल सर्विसेज दी जाती हैं और इन बदलावों में यूपीआई शामिल है।
आरबीआई के बयान में कहा गया है, ‘पीपीआई धारकों को यूपीआई के लिए केवल उनके अपने पीपीआई जारीकर्ता द्वारा ऑन-बोर्ड किया जाएगा। पीपीआई जारीकर्ता केवल अपने ग्राहक वॉलेट को जारी किए गए हैंडल से लिंक करेगा। पीएसपी के रूप में पीपीआई जारीकर्ता किसी भी बैंक या किसी अन्य पीपीआई जारीकर्ता के ग्राहकों को ऑन-बोर्ड नहीं करेगा।
बैंक के इस आदेश का साफ मतलब है कि ड्रीम 11, फैम्पे और ऐसे अन्य एकीकृत और सह-ब्रांडेड यूपीआई सेवा प्रदाताओं जैसे यूपीआई का उपयोग करने वाले ऑनलाइन ऐप को अपनी सेवाओं को रोकना होगा। क्योंकि उनके पास पीपीआई लाइसेंस नहीं है। वर्तमान में, लाइसेंस प्राप्त करने के अलावा, इन कंपनियों के पास यूपीआई लेनदेन को सक्षम करने का कोई अन्य तरीका नहीं है।
हाल में लॉंच किया था ड्रीम स्पोर्टस
ड्रीमएक्स को हाल ही में ड्रीम स्पोर्ट्स द्वारा लॉन्च किया गया था, जो भारत में सबसे बड़े फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म में से एक ड्रीम 11 की मूल कंपनी है। इसे इंडियन प्रीमियर लीग 2023 से ठीक पहले फिनटेक प्लेटफॉर्म पाइन लैब्स के साथ एक संयुक्त सहयोग में पेश किया गया था ताकि खिलाड़ी वॉलेट में पैसे जोड़ सकें और प्लेटफॉर्म पर अपनी जीत खर्च कर सकें। केवल ड्रीम 11 पर खाता रखने वाले खिलाड़ी ही एप्लिकेशन का उपयोग कर सकते थे और लोग ड्रीमएक्स ऐप को स्टैंडअलोन यूपीआई भुगतान विकल्प के रूप में उपयोग नहीं कर सकते हैं, जिस पर वर्तमान में आरबीआई ने प्रतिबंध लगाया है।