Mario video game: देश दुनिया में अब रोज़ रोज़ नए गेम्स बाज़ार (New video games in market) में आ रहे हैं। बहुत सारे विडियो गेम बहुत मशहूर हो रहे हैं। गेमिंग सेक्टर (gaming sector) में काफी कंपीटिशन भी बढ़ गया है और अब ई-स्पोर्ट्स में तो गेमिंग (E-sports in gaming) के टूर्नामेंट भी होने लगे हैं। लेकिन 1985 में एक ऐसा गेम आया था, जिसके बाद से लोगों का रूझान विडियो गेम की तरफ हो गया था। मॉरियो एक ऐसा करेक्टर था, जिसके साथ बहुत सारे लोगों की बचपन की यादें जुड़ी हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि दुनिया के तीन ऐसे गेम जिन्होंने गेमिंग सेक्टर की दिशा ही बदल दी।
Mario
मॉरियो (Mario) वास्तव में बहुत ही मशहूर गेम कैरेक्टर है, जब यह गेम आया था तो इसको खेलने के लिए विडियो पार्लर में लाइनें लगने लगी थी। इस एक गेम की वजह से विडियो पार्लर बिजनेस दुनिया में शुरु हुआ था। भारत में यह गेम 90 के दशक में आया था, स्कूल के बच्चों से लेकर युवा तक मॉरियो के दिवाने थे। हर गली मोहल्ले में विडियो पॉर्लर में बच्चे और युवा मारियो खेलने के लिए ललायित रहते थे। भारत में तो विडियो पार्लर का बिजनेस ही मॉरियो से चला था। आज भी मॉरियो एक आदर्श और पहचाने जाने वाले कैरेक्टर के रूप में बना हुआ है। मेरियो, निंटेंडो कंसोल्स पर खेले जाने वाले विभिन्न गेम्स में उपस्थित है, और उनकी गेम्स निंटेंडो के इतिहास में सबसे बिकने वाले गेम्स में शामिल हैं। मॉरियो का पहला आगमन 1985 में हुआ था, जब “सुपर मारियो ब्रदर्स” (Super Mario Bros.) गेम निंटेंडो एंटरटेनमेंट सिस्टम के लिए रिलीज़ हुआ था। इसके बाद, मॉरियो ने कई अन्य गेम्स, कार्टून, फ़ीचर फ़िल्म्स आदि में भी अपनी पहचान बनाई है।
मॉरियो निंटेंडो कंसोल्स पर उपलब्ध सबसे पहले गेम्स के लिए जाना जाता है, जिनमें “सुपर मारियो 64” (Super Mario 64), “सुपर मारियो कार्ट” (Super Mario Kart), “सुपर मारियो गैलेक्सी” (Super Mario Galaxy) और “सुपर मारियो ओडिसी” (Super Mario Odyssey) शामिल हैं।
Street Fighter
जब युवा और बच्चे मॉरियो खेल-खेलकर बोर होने लगे थे तो उस वक्त एक ऐसा गेम आया जिसने एंग्रीयंग मैन वाले जज्बातों को बाहर निकाला, यह गेम स्ट्रीट फाइटर था, “स्ट्रीट फाइटर II” (Street Fighter II) गेम 1991 में रिलीज़ हुआ था और यह एक प्रमुख फ़ाइटिंग गेम बन गया। इसे कैप्कॉम कंपनी ने डिज़ाइन किया था और यह एक बहुत ही सफल गेम रहा, इस गेम ने फ़ाइटिंग जेनर को नया दिशा देने का काम किया। भारत में भी स्ट्रीट फाइटर बच्चों बच्चों की जुबान पर चढ़ गया था। मॉरियो देखकर बड़े हुए बच्चों ने अपनी युवा अवस्था में स्ट्रीट फाइटर बहुत अधिक खेला है। “स्ट्रीट फाइटर II” ने बहुत ही सफलता प्राप्त की और इसने वीडियो गेमिंग की दुनिया में एक नया मानक स्थापित किया। इसमें विभिन्न चरित्रों का चयन करने और एक अपने चरित्र के साथ दूसरे खिलाड़ियों के खिलाड़ियों के खिलाफ़ मुकाबला करना युवाओं को बहुत भाया।
“स्ट्रीट फाइटर II” ने फाइटिंग गेम्स को एक नया आयाम दिया और इसने इस शृंगारी को एक गेमिंग संगठन का हिस्सा बना दिया। यह गेम ने व्यक्तिगत और सामूहिक खेलने के अनुभव को एक साथ लाने के लिए पहले से ही मौजूद कई चरित्रों को पहचान दिलाई। जिस तरह से आज फिल्मों के एवेंजर्स हैं, वैसे ही कभी स्ट्रीट फाइटर के करैक्टर सभी युवाओं के दिलों में थे। “स्ट्रीट फाइटर II” के बाद, सीज़न 3D गेमों की शुरुआत हुई। यह गेम विडियो गेम इतिहास का बहुत ही महत्वपूर्ण पड़ाव था।
Minecraft
“Minecraft” एक सर्वाइवल और क्रेटिविटी बेस्ड वीडियो गेम है, इस गेम को डेवलप और पब्लिश Markus Persson (Notch) नामक एक एंड्रॉइड प्रोग्रामर ने किया गया था। Minecraft का पहला पब्लिक रिलीज 17 मई 2009 को हुआ था। रिलीज होने के तुरंत बाद ही इसने तत्काल ही विश्व भर में तहलका मचा दिया। इसे एक नये प्रकार के वीडियो गेम के रूप में माना गया है, जिसमें खेलकर खिलाड़ी ब्लॉक्स को तोड़कर और उन्हें पुनः उपयोग करके अनगिनत आविष्कार और निर्माण कर सकते हैं। Minecraft ने विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म्स पर विकसित होने के बाद भी अपनी मशहूरी को बढ़ाया, इस गेम ने विडियो गेम को पीसी, मोबाइल, कंसोल, से लेकर बच्चों और युवाओं से आगे बढ़ाया।
आज भी मॉरियो, स्ट्रीट फाइटर और माइनक्राफ्ट गेम्स अलग अलग वर्जन में मौजूद हैं और इनके लगातार अपडेट भी आ रहे हैं। जिस स्तर पर आज दुनिया की गेमिंग मार्केट हैं, उनमें इन तीनों गेम्स का बहुत ही महत्वपूर्ण हाथ है।