Online gaming fraud: बेंगलुरु में ऑनलाइन गेम खेलते हुए एक व्यक्ति दो गेमिंग एप पर 3 करोड रुपए हार गया। एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने वाले 33 साल के निशांत श्रीवास्तव ने इसपर सबूत जुटाने के बाद बेंगलुरु पुलिस के साइबर क्राइम में शिकायत की है। जिसपर पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। निशांत श्रीवास्तव के मुताबिक वो एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और अप्रैल 2023 से अभी तक 3 करोड़ से ज्यादा का ऑनलाइन गेम में हार चुके हैं।
पुलिस को दी शिकायत में श्रीवास्तव ने लिखा है कि गेमिंग कंपनियां बॉट (कंप्यूटर रोबोट) के जरिए गेम में फ्राड कर रही हैं और लोगों का पैसा लूट रही हैं। श्रीवास्तव ने कहा 2023 में यूजर्स की लगातार कंप्लेंट के बाद इन एप्स ने भी स्वीकार किया था कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, लेकिन इन एप्स ने किस तरह की धोखाधड़ी हुई है इसके डिटेल नहीं दिए थे, ना ही उन्होंने यह बताया था कि यह धोखाधड़ी बोट्स ने की है या प्लेयर्स। दरअसल श्रीवास्तव ने ऑनलाइन गेमिंग में पैसा हारने के बाद इनका पैटर्न देखा, जिसके मुताबिक खिलाड़ी छोटे-छोटे अमाउंट खेलते हैं तो वह जीते हैं, लेकिन जब वह बड़ा अमाउंट लगाकर खेलते हैं तो वह हार जाते हैं। पहले खिलाड़ियों को जिताया जाता है। फिर जब खिलाड़ी बड़ा पैसा लगाकर खेलता है तो वो वह हार जाता है।
श्रीवास्तव ने अपने साथ हुए इस धोखे की शिकायत कंपनी के कस्टमर सर्विस में भी की थी। जिसके बाद उनको सलाह दी गई कि वह छोटे टेबल पर खेले। जिसकी वजह से उनके जीतने के चांसेस बढ़ जाएंगे। पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, कस्टमर सर्विस के इस जवाब के बाद यह बात कंफर्म हो जाती है की गेमिंग एप्स मैनिपुलेशन या धोखाधड़ी कर रहे हैं, इन एप्स के पास रिस्पांसिबल गेमिंग के तौर तरीके नहीं है। डिपॉजिट्स पर कोई रोकटोक नहीं है, लेकिन जब पैसे निकालने जाओ तो काफी रुकावटें खड़ी की जाती है। निशांत श्रीवास्तव की कंप्लेंट के बाद साइबर क्राइम पुलिस इसकी जांच कर रही है।