सीबीटीएफ के अमित मजीठिया को दुबई नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स ने थाईलैंड डिपोर्ट कर दिया है। महादेव बुक्स एप के करीबी और उनके साथ मिलकर अवैध जुआ कारोबार करने वाले अमित मजीठिया को हाल ही में दुबई नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स ने गिरफ्तार किया था। माना जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) अगर अमित मजीठिया से पूछताछ करती है तो छत्तीसगढ़ में बहुत से सफेदपोश नेताओं के चेहरे से पर्दा उठ सकता है। महादेव बुक्स के अवैध जुआ ऑपरेशंस और नेता अधिकारियों से सांठगांठ में अमित की महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी।
दुबई में मजीठिया के क्लब में एक लड़की की आत्महत्या के मामले में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स ने अमित को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद मजीठिया के एचआईवी संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, लिहाजा यूएई मजीठिया को डिपोर्ट किया है। मजीठिया को अब थाईलैंड में डिपोर्ट कर दिया गया है, थाईलैंड में भी अमित मजीठिया का कुछ केसेज़ नाम है।
सूत्रों के मुताबिक, महादेव बुक के अवैध कारोबार को लेकर एजेंसियां मजीठिया को भारत भी ला सकती है। ईडी के लगातार बुलावे के बाद भी महादेव ऐप से अभी तक कोई भी पूछताछ में शामिल नहीं हुआ है। अमित मजीठिया को महादेव बुक्स एप चलने वाले मुख्य व्यक्तियों में माना जाता है।
इंडस्ट्री जानकारी के मुताबिक, महादेव बुक्स के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के साथ अमित मजीठिया मिलकर महादेव बुक्स एप और उनके ऑपरेशंस को चलते हैं। माना जा रहा है कि परिवर्तन निदेशालय महादेव बुक्स ऐप से संबंधित मामले में बहुत महत्वपूर्ण जानकारियां अमित मजीठिया से मिल सकती हैं। लिहाजा अमित को भारत लाना बहुत जरुरी है।