प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने डबल ट्री हिल्टन के भीतर कैडिलैक कैसीनो सहित गोवा के कैसिनो में छापेमारी के बाद अब सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया है। इसके साथ ही आगे की जांच के लिए कैसीनो प्रतिष्ठानों से वित्तीय रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कहीं कोई बड़ा घालमेल तो नहीं है। गौरतलब है कि ईडी ने अवैध वित्तीय लेने के मामले में कैसीनो में छापेमारी की थी।
ईडी को गोवा के कुछ कैसिनो में काले धन के लेन-देन के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद शुरुआती छापेमारी की गई थी। यह भी संदेह था कि कैसीनो के संचालकों के कई राजनेताओं और माफिया से संबंध हैं। हालांकि कुछ कैसीनो ऑपरेटरों ने इस मामले में ईडी को सपोर्ट करने का वादा किया है और कहा कि जो बी जरूरी जानकारी वह मांगेगी वह उन्हें देंगे। गोमांतक के अनुसार, खुफिया एजेंसी ने स्टाफ सदस्यों के साथ-साथ साइटों पर आने वाले विजिटर के भी बयान लिए हैं।
ईडी भी इस मामले में गोवा पुलिस के साथ काम कर रही है। शुरुआती छापे ने ऑपरेटरों के बीच घबराहट देखी जा रही थी। लेकिन मामला अब काफी हद तक ठंडा पड़ गया है। क्योंकि ईडी ने संभावित काले धन के लेनदेन पर ही फोकस रखा है। ताकि ऑपरेटरों को किसी बात की कोई दिक्कत ना हो। कैसिनो काले धन के लेनदेन के लिए एक आसान तरीका हैं और ईडी को संदेह है कि राजनेता और व्यापारी चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि देश के कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं और चुनाव से पहले देशभर में सट्टे का बाजार तेज हो जाता है।
ऑनलाइन कैसीनो संचालित होने का संदेह
अब तक, ईडी ने डबल ट्री हिल्टन के भीतर स्थित कैडिलैक कैसीनो सहित चार कैसीनो पर छापा मारा है। गौरतलब है कि भारत में ऑनलाइन कैसिनो एक गैरकानूनी गतिविधि है। इसके बावजूद ईडी को एक सुराग मिला कि उनमें से कुछ समानांतर रूप से एक ऑनलाइन व्यवसाय चला रहे थे। इसके कारण ईडी ने साइटों पर छापा मारा है। ईडी का मानना है कि ये कैसीनो चुनावी सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन व्यवसाय का उपयोग कर सकते हैं। ताकि आगे इसके वैध बनाया जा सके और अन्य लोगों को जीत के तरीके के रूप में भुगतान किया जा सके।