पाकिस्तान की रहने वाली सीमा अब पुलिस की गिरफ्त में हैं और उसने भारत आकर अपने प्रेमी सचिन से शादी की थी। सीमा और सचिन एक ऑनलाइन गेम्स के जरिए करीब आये थे। इसके बाद वह पाकिस्तान से बिना वीजा के भारत पहुंच गई। वह भी चार बच्चों के साथ। अब ये सवाल उठता है कि क्या सीमा को पाकिस्तान की सेना या खुफिया एजेंसी आईएसआई मदद कर रही है। क्योंकि आईएएसआई इस तरह के हनीट्रैप कराने के मामले में बदनाम है।
नोएडा पुलिस के मुताबिक, सीमा हैदर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जयशमाबाद की रहने वाली है। दस्तावेजों के अनुसार, उसकी शादी 2014 में गुलाम रजा से हुई थी। शादी से तीन लड़कियां और एक लड़का पैदा हुआ। सबसे बड़ी लड़की की उम्र केवल 7 साल है। गुलाम हैदर कराची में अपने परिवार के साथ रहता था और वहां टाइल बनाने का काम करता था। पुलिस के मुताबिक, 2019 में गुलाम हैदर काम के सिलसिले में सऊदी अरब गया था।
पति के विदेश जाने के बाद सीमा हैदर मोबाइल में ज्यादा समय बिताने लगीं। सीमा हैदर ने पबजी खेलने में ज्यादा समय बिताया। 2019 में पबजी खेलने के दौरान पहली बार सीमा की बात गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले सचिन से सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। पबजी खेलने के दौरान दोनों के बीच बातचीत बढ़ी तो दोनों की इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर चैटिंग होने लगी। फिर दोनों के बीच फोन पर बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं।
सीमा हैदर भारत कैसे पहुंची?
इसके बाद सीमा हैदर ने कई बार सचिन से मिलने की कोशिश की लेकिन मार्च 2023 में पहली बार उनकी कोशिश सफल रही।जानकारी के मुताबिक, सीमा ने इसी साल मार्च के महीने में कराची छोड़ा था और फिर वह नेपाल के पास शाहजहां पहुंची थी। वहां से वह फिर काठमांडू पहुंची। सचिन भी ग्रेटर नोएडा से निकलकर काठमांडू जाने के लिए बस पकड़कर वहां पहुंच गए। दोनों काठमांडू के एक होटल में 7 दिन तक रुके थे। 7 दिन बाद सीमा वापस पाकिस्तान चली गई और सचिन ग्रेटर नोएडा लौट आया।
कराची के ट्रैवल एजेंट की मदद
जांच में सामने आया कि सचिन और सीमा ने नेपाल दौरे के दौरान ही साथ रहने का मन बना लिया था। यही वजह थी कि नेपाल से कराची लौटने के बाद सीमा ने सबसे पहले कराची के एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया। सीमा ने ट्रैवल एजेंसी से पूछा कि वह अपने चार बच्चों के साथ भारत कैसे जा सकती है। तब उसे पता चला कि वह नेपाल के रास्ते आसानी से भारत में प्रवेश कर सकता है।
साजिश की आशंका
तो इस तरह सीमा अपने 4 बच्चों के साथ भारत पहुंच गई। लेकिन नोएडा पुलिस इस पूरे मामले में साजिश की किसी भी आशंका से इनकार नहीं कर रही है. पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। सीमा कितना सच बोल रही है और क्या छिपा रही है यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। पुलिस ने हनी ट्रैप की आशंका से भी इनकार नहीं किया है। ग्रेटर नोएडा में बड़े-बड़े निर्माण चल रहे हैं और इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बन रहा है। ऐसे में पुलिस केंद्रीय जांच एजेंसियों के साथ मिलकर पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल
पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर 13 मई से यूपी के ग्रेटर नोएडा में बिना वीजा के रह रही थी, जो दिल्ली से महज 50 किलोमीटर दूर है, फिर भी पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी। ऐसे में पुलिस और खुफिया एजेंसियों पर भी सवाल उठ रहे हैं.
सीमा से ये मिले कागजात
पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के पास से पासपोर्ट के अलावा पुलिस ने उसका विवाह प्रमाण पत्र, तीन आधार कार्ड, पाकिस्तान नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी (गृह मंत्रालय) के गवर्नर की एक सूची भी बरामद की है। महिला के पास से पांच टीकाकरण कार्ड और काठमांडू से दिल्ली की यात्रा के लिए एक बस टिकट भी बरामद किया गया है।
जासूस होने का संदेह
पबजी से शुरू हुई यह प्रेम कहानी ग्रेटर नोएडा में खत्म हुई। लेकिन पुलिस को सीमा पर शक हुआ। शक की वजह भी थी। अक्सर हनीट्रैप या ऐसे ही मामलों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अपने जासूसों को भारत भेजती रही है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सीमा वाकई प्रेम प्रसंग है या पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का मोहरा।
चल रही जांच और पूछताछ
फिलहाल यूपी पुलिस भी केंद्रीय जांच एजेंसियों के संपर्क में है ताकि सीमा से बरामद सभी दस्तावेजों और उसके बयान की सत्यता का पता लगाया जा सके। सीमा के अलावा सचिन की भी शुरुआती जांच के बाद ऐसा लग रहा है कि वह भी प्यार का शिकार है। सचिन का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। लेकिन बिना वीजा और कानूनी यात्रा दस्तावेज की सीमा और उनके बच्चों का भारत आना और यह सब जानते हुए भी सचिन का उन्हें शरण देना कानून की नजर में अपराध है। इसलिए सीमा और उसके बच्चों के साथ पुलिस सचिन को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।