ओवर रेगुलेशन और ओवर टैक्सेशन की वजह से Online gaming industry को बड़ा नुकसान हो सकता है। ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर को लेकर गेमिंग इंडस्ट्री के स्किल ऑनलाइन गेमिंग इंस्टिट्यूट (SOGI) का मानना है कि गेमिंग सेक्टर देश की आर्थिक गति को तेज़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एसओजी के सीईओ अमृत किरण सिंह ने गेमिंगइंडिया.इन को बताया कि दुनिया की सबसे बड़ी इंडस्ट्रिज़ में से एक ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री है, यह इंडस्ट्री अगर आगे बढ़ेगी तो इसका फायदा सभी को मिलेगा।
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दरअसल ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को लेकर दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक ताकतें लगातार काम कर रही है। पूरी दुनिया में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री लगभग 160 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री है। इसमें भारत की हिस्सेदारी सिर्फ एक फीसदी ही है, जबकि अमेरिका की हिस्सेदारी 25 परसेंट से ज्य़ादा है। जबकि चीनी कंपनियों की हिस्सेदारी भी इस इंडस्ट्री में 20 फीसदी से ज्य़ादा है। ऐसे में भारत की ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री के लिए काफी संभावनाएं हैं। फिलहाल भारत में गेमिंग कंपनियां काफी नई नई गेम्स बनाने के काम में लगी हुई है।
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अमृत किरण के मुताबिक भारत को ग्रंथ के लिए मल्टीपल इंजंस की जरूरत है, जिस तरह 90 के दशक में कंप्यूटर था, उसी तरह आज के दौर में गेमिंग सेक्टर भारतीय इकोनॉमी को बहुत आगे लेकर जा सकता है। लेकिन रेगुलेशन और टैक्सेशन इस सेक्टर की ग्रोथ को डिसाइड करने वाले फैक्टर हैं। अगर इस सेक्टर पर ओवर टैक्सेशन और ओवर रेगुलेशन होगा तो इंडस्ट्री को बहुत नुकसान होगा। अगर ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को बिना किसी परेशानी के चलने दिया जाए तो भारत की गेमिंग इंडस्ट्री में हिस्सेदारी 5 से 10% आसानी से हो सकती है, लेकिन लेकिन ओवर टैक्सेशन और ओवर रेगुलेशन इस सेक्टर को खासा नुकसान पहुंच सकते हैं क्योंकि यह इंडस्ट्री बॉर्डरलेस है और यह इनोवेशन से संबंधित इंडस्ट्री है इसलिए इसको लेकर बहुत ही ध्यान से काम करने की जरूरत है।