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SAG ने Parimatch की सहयोगी कंपनियों पर एक्शन लेने के लिए वित्त मंत्री को लिखी चिट्ठी

सोसाइटी अगेंस्ट गैंबलिंग ने परीमैच के अवैध पैसे को विदेश भेजने के काम में लगी प्रोस्पोर्टिव वियर प्राइवेट लिमिटेड पर एक्शन लेने के लिए वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखी है।

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Finance Minister Nirmala Sitharaman with parimatch logo

गैंबलिंग के खिलाफ काम कर रही संस्था सोसाइटी अगेंस्ट गैंबलिंग (SAG) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) से विदेशी गैंबलिंग साइट्स Parimatch के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। एसएजी की चेयरपर्सन नेहा वर्मा ने वित्त मंत्री को लिखी अपनी चिट्ठी (SAG letter to FM) में अवैध ऑफशोर सट्टेबाजी वेबसाइट ‘पैरिमैच’ की सहयोगी कंपनी प्रोस्पोर्टिव वियर प्राइवेट लिमिटेड की गतिविधियों की जांच करने की अपील की है।

SAG ट्रस्ट की चेयरपर्सन नेहा वर्मा (SAG chairperson Neha Verma) ने अवैध ऑनलाइन जुआ चलाने वाली साइट ‘पैरिमैच’ के अवैध संचालन के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है, उन्होंने लिखा कि जो डोमेन ब्लॉक हुए हैं, उनके नए या मिरर डोमेन अभी भी धड़ल्ले से चल रहे हैं। साथ ही नए नए तरीकों से लोगों को जुआ खेलने के लिए उकसाया जा रहा है।

ट्रस्ट ने ‘पैरिमैच’ पर मनी लॉन्ड्रिंग, जीएसटी, विदेशी मुद्रा, जुआ और आपराधिक गतिविधियों से संबंधित भारतीय कानूनों के घोर उल्लंघन का आरोप लगाया। अपने अवैध ब्रांड को आगे बढ़ाने के लिए, ‘पैरिमैच’ ने समान लोगो और रंगों के साथ भारत में एक स्पोर्ट्स परिधान कंपनी ‘प्रोस्पोर्टिव वियर प्राइवेट लिमिटेड’ चलाया हुआ है, जोकि अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ अवैध सट्टेबाजी के पैसे को विदेशों में भेजने के लिए एक मुखौटे के रूप में काम कर रही है। इस कंपनी के पंजीकृत निदेशक विनीत सहाय और रूपाली सिंघल हैं जो कॉर्पोरेट सलाहकार फर्म वीआरकॉर्प एडवाइजर्स एलएलपी के भागीदार हैं।

परिमैच के अलावा, महादेव बुक, लोटस365, फेयरप्ले, रेड्डी अन्ना आदि जैसी कई अन्य अवैध ऑफशोर सट्टेबाजी साइटें नए तरीकों और तकनीकों का इस्तेमाल करके भारत में अपनी अवैध गतिविधियों को बेरोकटोक चला रहा हैं। ये अवैध सट्टेबाजी कंपनियां कुराकाओ या साइप्रस जैसे देशों से ऑपरेट कर रही हैं। जहां इन कंपनियों ने अपने को रजिस्टर किया हुआ है और भारत में जुआ खिलाकर जितना पैसा कमाया जाता हैं, वो क्रिप्टोकरेंसी और स्थानीय हवाला चैनलों के जरिए विदेशों में भेजा जाता है।

डोमेन को ब्लॉक करने, ईडी की कार्रवाई और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की सलाह के बावजूद, ये साइटें अभी भी सक्रिय हैं। डोमेन ब्लॉक होने पर यह प्रॉक्सी साइटों का उपयोग करती हैं। दूसरी ओर कई प्रमुख और मशहूर क्रिकेट और फिल्मी हस्तियों ने इन साइटों का प्रमोशन कर रही हैं, जिससे युवाओं के बीच इन अवैध साइटों को बढ़ावा मिल रहा है।

एसएजी ट्रस्ट ने वित्त मंत्री सीतारमण से ‘प्रोस्पोर्टिव वियर प्राइवेट लिमिटेड’, उसके निदेशकों, प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्तियों, शेयरधारकों और इस कंपनी से फायदा लेने वाले मालिकों के खिलाफ गहन जांच के लिए हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।

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