महादेव बुक मामले में रोज लगातार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव बुक अवैध सट्टेबाजी ऐप घोटाले के सिलसिले में रविवार को रायपुर के देवेंद्र नगर में जुबेस्टा अस्पताल और उसके संचालक के आवास पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान लेनदेन, नकदी और गहने वाले कई दस्तावेज बरामद किए गए। फिलहाल अस्पताल संचालक डॉ. दल्ला के बेटे और दामाद से पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक दोनों के हवाला ऑपरेटर अनिल और सुनील दममानी के साथ संबंध हैं, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था।
ईडी को हाल ही में गिरफ्तार एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, जो सतीश चंद्राकर (महादेव बुक मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर के रिश्तेदार) और अनिल दममानी और सुनील दममानी को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद ये लोग ईडी की हिरासत में हैं।
एक तरफ, ईडी अब डॉ दल्ला के परिवार के सदस्य और रिश्तेदार से पूछताछ कर रही है, जबकि दूसरी तरफ वे मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर और उसके साथी रवि उप्पल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में हैं। एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के साथ काम कर रही है। असल में सीबीआई भारत में इंटरपोल द्वारा आधिकारिक तौर पर नामित राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो है और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में है।
दुबई में छिपे हैं चंद्राकर और उप्पल
रेड कॉर्नर नोटिस से इंटरपोल के साथ काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा चंद्राकर और उप्पल को पकड़ने में मदद मिलेगी और बाद में उन्हें भारत प्रत्यर्पित करने की अनुमति मिलेगी। यह बताया गया है कि चंद्राकर और उप्पल दुबई से महादेव बुक अवैध सट्टेबाजी ऐप संचालित करते हैं और सबसे अधिक संभावना है कि वे वहां छिपे हुए हैं। हाल के घटनाक्रमों ने छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला करने का मौका मिला। क्योंकि सरकार और पुलिस अधिकारियों को अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के संचालन में मदद करते हुए पाया गया है।