महादेव बुक अवैध सट्टेबाजी ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने कथित तौर पर एशिया कप शुरू होने से पहले श्रीलंका का दौरा किया था। कथित तौर पर यह दौरा मेगा क्रिकेट इवेंट से पहले देश में सट्टेबाजी के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए था। जानकारी के मुताबिक कानून प्रवर्तन एजेंसी ने चंद्राकर और उप्पल को हिरासत में लिया क्योंकि वे पहले से ही उनकी पृष्ठभूमि के बारे में जानते थे। इसके बाद अधिकारियों ने उनकी पृष्ठभूमि के आधार पर उनसे पूछताछ शुरू की।
हालांकि बताया जा रहा है कि महादेव बुक के सरगना ने रिश्वत देकर खुद को अफसरों से मुक्त कराया और वह वहां से फरार हो गया। गुजरात टाइम्स के अनुसार जैसे ही चंद्राकर और उप्पल ने अफसरों के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया गया तो एजेंसी के अफसरों ने चंद्राकर और उप्पल को मुक्त कर दिया और इसके बाद दोनों दुबई फरार हो गए। चंद्राकर हाल ही में सुर्खियों में हैं जब पुलिस ने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के कई उच्च पदस्थ गुर्गों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी अवैध सट्टेबाजी ऐप और इसके गुर्गों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
हाल ही में ईडी ने अंगड़िया एजेंटों से 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। महादेव बुक के मालिक ने इन कंपनियों का इस्तेमाल पैसे ट्रांसफर करने के लिए हवाला चैनल के रूप में किया गया था। आगे की जांच में मुंबई की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन का पता चला।
ईडी के समन के बाद विवादों में घिरे बॉली सेलेब्स
दुबई में चंद्राकर की शादी की तैयारियों के लिए कंपनी को काम पर रखा गया था। कई मशहूर हस्तियों को भी नकद भुगतान किया गया था। ईडी ने कुल खर्च लगभग 200 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है। ईडी जल्द ही दुबई में चंद्राकर के विवाह समारोह में शामिल होने वाली सभी हस्तियों को तलब करेगी। पूर्व में महादेव बुक को सपोर्ट और प्रमोट करने वाली कई अन्य हस्तियां भी तलब किए जाने की सूची में शामिल हैं।
दुबई में छिपे हैं चंद्राकर और उप्पल
चंद्राकर और उप्पल फिलहाल दुबई में छिपे हुए हैं और वहीं से अवैध सट्टेबाजी ऐप का संचालन करते हैं। फिलहाल सीबीआई ने इंटरपोल के साथ मिलकर दोनों व्यक्तियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।