महादेव बुक ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट दाखिल कर दी है और इसमें ईडी ने कई लोगों को आरोपी बनाया है। जिसमें इस ऐप के सरगना सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल का नाम भी शामिल है। जाहिर है कि चार्चशीट में नाम आने के बाद दोनों की मुश्किलें बढ़ेंगी। हालांकि दोनों ही भारत से बाहर हैं और दुबई से ही अपने कारोबार का संचालन करते हैं। हालांकि ईडी की इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ समेत मध्यप्रदेश की राजनीति में असर होगा।
असल में ईडी कई महीनों से इस मामले में छापेमारी कर रही है और कई लोगों के खिलाफ एक्शन ले चुकी है।
असल में दो दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में अपने चुनाव प्रचार के दौरान इस मामले को उठाया था। और राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बघेल सरकार ने प्रदेश में हजारों घोटाले किए हैं और राज्य में 5,000 करोड़ रुपये का महादेव पुस्तक घोटाला हुआ है और राज्य सरकार सोती रही। हालांकि कांग्रेस का आरोप था कि केन्द्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। लिहाजा माना जा रहा कि कांग्रेस को बैकफुट पर लाने के लिए केन्द्रीय एजेंसी ने चार्जशीट फाइल कर दी है। अमित शाह ने कहा कि पिछले पांच साल में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने काफी घोटाले किए हैं और राज्य सरकार को जनता को जवाब देना होगा।
चुनावी एजेंडे में शामिल हो गया है महादेव बुक
फिलहाल महादेव पुस्तक मामला राज्य में चुनावी एजेंडे में शामिल हो गया ह और राज्य में बीजेपी और कांग्रेस इसके लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। राज्य में बीजेपी महादेव पुस्तक मामले को आक्रामक तरीके से जनता के बीच ले जा रही है। क्योंकि यह पांच हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला है और अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं चार दिन पहले हीईडी ने महादेव बुक अवैध सट्टेबाजी के सरगना सौरभ चंद्राकर के करीबियों के घरों पर छापेमारी की थी।
दाऊद की भी हो चुकी हैं एंट्री
पिछले दिनों ही भाजपा के लोकसभा सदस्य और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने महादेव बुक्स को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बघेल पर गेमिंग ऐप का समर्थन करने का आरोप लगा था। छत्तीसगढ़ के मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि महादेव बुक्स दाऊद इब्राहिम से जुड़ा हुआ है। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस को दुबई से पैसा मिल रहा है और छत्तीसगढ़ दिल्ली के लिए एटीएम का काम कर रहा है।