कांग्रेस पार्टी ने मिज़ो नेशनल फ्रंट पर राज्य संचालित लॉटरी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि मंत्रियों और नौकरशाहों ने निजी संस्थाओं के साथ मिलकर लाटरी से लूट की है। राज्य कांग्रेस ने कहा है कि कुछ प्राइवेट कंपनियों राज्य सरकार के लोगों के साथ मिलकर राज्य लॉटरी का शोषण करते हैं, जिससे राज्य सरकार को गंभीर वित्तीय नुकसान हुआ है। कांग्रेस पदाधिकारियों का दावा है कि कभी प्रसिद्ध मिजोरम राज्य लॉटरी अब भ्रष्टाचार का केंद्र है।
सुप्रीम कोर्ट के सामने लॉटरी अधिकारियों के आधिकारिक बयान के अनुसार, मिजोरम राज्य लॉटरी की न्यूनतम आय प्रति दिन 20 लाख रुपये या लगभग 72.4 करोड़ रुपये सालाना होने का अनुमान लगाया गया था। जिसके मुताबिक पिछले पांच साल का राजस्व लगभग 275 करोड़ रुपये होना चाहिए था। लेकिन, शीर्ष अधिकारियों के कथित भ्रष्टाचार के कारण ये मात्र 31.3 करोड़ रुपये था। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, शीर्ष अधिकारियों के भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त होने का स्पष्ट संकेत है।
कांग्रेस पदाधिकारियों ने सवाल किया कि मिजोरम नेशनल फ्रंट के तहत राज्य सरकार ने मेसर्स स्किल लोट्टो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के साथ पुराने लॉटरी अनुबंध को क्यों समाप्त कर दिया। पार्टी ने आगे दावा किया कि ये व्यक्तिगत लाभ के लिए राज्य के खजाने से धन निकालने के लिए सत्ता के दुरुपयोग के स्पष्ट संकेत हैं।