उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस (Noida Police) ने अवैध जुआ एप महादेव बुक्स (Mahadev App Case) में बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने महादेव एप के 18 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) लगा दिया है।
इन 18 आरोपियों को साल 2022 में नोएडा की एक पॉश सोसायटी से पकड़ा गया था। उस समय नोएडा पुलिस ने इस एप को बैन करने के लिए भी संबंधित एजेंसियों को लिखा था। उस समय मामले में नोएडा के सेक्टर 39 थाना में केस दर्ज किया गया था। गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। पुलिस इस मामले में पहले ही चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है।
महादेव ऐप मामले में इस समय जमकर राजनीति चल रही है। भारतीय जनता पार्टी ने अवैध जुआ एप को लेकर छत्तीगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाए हैं। उधर, मुंबई पुलिस ने भी महादेव एप मामले में कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुंबई पुलिस ने करीब 15,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में ‘महादेव’ सट्टेबाजी एप के मालिको समेत 32 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। माटुंगा पुलिस के मुताबिक, 2019 से अब तक एप के मालिक सौरभ चंद्राकर’, रवि उप्पल और शुभम सोनी तथा अन्य के खिलाफ मंगलवार को ही एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
बघेल को 508 करोड़ रुपये कैश दिए गए!
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केस में कुछ गिरफ्तारियों और छापों के बाद दावा किया था कि महादेव सट्टेबाजी ऐप प्रमोटरों ने अब तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये कैश में दिए हैं। ईडी ने फोरेंसिक विश्लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ के बयानों के बाद यह दावा किया था। बाद में, भाजपा ने शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया, जिसमें कहा गया कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये दिए हैं। जिसके सबूत भी उसके पास मौजूद हैं।