पुलिस ने महादेव बुक्स के मालिक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल का डी कंपनी के साथ कनेक्शन पकड़ लिया है। सौरभ के कुछ ऐसे सहयोगियों पर शिकंजा कसा जा रहा है, जोकि डी-कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहे थे।
हाई-प्रोफाइल महादेव सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग मामले में, मुंबई पुलिस ने माटुंगा पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में नामित 32 लोगों की सूची में से तीन प्रमुख संदिग्धों की पहचान की है। इन व्यक्तियों में छत्तीसगढ़, बिहार, पंजाब और दिल्ली के बिल्डर, निवेशक और अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल हैं। ऐसे भी संकेत हैं कि जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई पुलिस से कुछ दस्तावेज एकत्र किए हैं।
जालंधर के कारोबारी को मुख्य आरोपी
मुख्य आरोपियों में से एक चंदर अग्रवाल हैं, जिनका नाम एफआईआर में क्रम संख्या 15 पर है, चंदर अग्रवाल फिलहाल अबू धाबी में रह रहे हैं और उसका जालंधर में रियल एस्टेट व्यवसाय है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अग्रवाल से जुड़ी कई ओर योजनाएं और निवेश अब जांच के दायरे में हैं। इसके अलावा, अन्य लोग, जिन्होंने लुधियाना, जालंधर, चंडीगढ़ और मोहाली में उनकी योजनाओं में निवेश किया है, वो भी पुलिस के रडार पर हैं।
एफआईआर के मुताबिक, चंदर अग्रवाल रवि उप्पल के अलावा महादेव ऐप घोटाले के कथित मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को भी जानते हैं। जांच के दौरान चंद्राकर के लंदन स्थित सहयोगी दिनेश खंभात का नाम भी सामने आया है। एफआईआर में उनकी भूमिका के खुलासे से ईडी को कुछ व्यक्तियों और चंद्राकर के बीच व्यापक संपत्ति कनेक्शन और सट्टेबाजी को जोड़ने में मदद मिली है।
एफआईआर में माटुंगा निवासी का नाम शामिल
एफआईआर में माटुंगा निवासी अमित शर्मा के नाम का भी जिक्र है, जो फिलहाल दुबई में रह रहे हैं। चंद्राकर के करीबी सहयोगी होने के आरोप में, उसे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया गया था और यहां तक कि उसने जेल में भी समय बिताया था। एफआईआर के अनुसार, शर्मा न केवल चंद्राकर का करीबी है, बल्कि डी-कंपनी से जुड़े विभिन्न व्यावसायिक कारोबार का भागीदार भी है। चंद्राकर के निर्देशों का पालन करते हुए, वह दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम का बिजनेस पार्टनर बन गया और सट्टेबाजी व्यवसाय सहित उसके विभिन्न उद्यमों में शामिल हो गया। एफआईआर में कहा गया है कि मुस्तकीम के निर्देश पर, शर्मा ने मीरा रोड में विभिन्न बिल्डिंग में भारी मात्रा में निवेश किया है। इसी तरह, हेमंत सूद, जिनका नाम एफआईआर में क्रम संख्या 17 पर है, पर चंद्राकर से कथित संबंध हैं और वर्तमान में अबू धाबी में रहते हैं।