Mahadev App को लेकर छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दो नई एफआईआर दर्ज की है। नई एफआईआर में 60 लोगों और कुछ कंपनियों के नाम हैं, जोकि इस पूरे ऑपरेशन को चला रहे थे। महादेव एप को लेकर ईडी लगातार जांच में जुटी हुई है। इस मामले में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Ex. CM Bhupesh Baghel) का नाम भी चुनावों में उछला था।
एसीबी-ईओडब्ल्यू ने कारोबारी शुभम सोनी, अनिल अग्रवाल, एएसआई सतीश चंद्राकर, कांस्टेबल भीम सिंह यादव, हवाला ऑपरेटर अनिल दम्मामी, सुनील दम्मामी, अमित को नामजद करते हुए आईपीसी की धारा 120बी, 420, 467, 468, 471 और 12 पीआरए के तहत मामला दर्ज किया है। अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल, नितिन टिबरेवाल, असीम दास, रोहित गुलाटी, पवन नाथानी, विकास छापरिया, विशाल कुमार, धीरज सहित अन्य पुलिस अधिकारी, पदाधिकारी, विधायक, नेता और व्यवसायी शामिल थे। अपराध संख्या 04/24 के तहत दर्ज मामले में 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जबकि 13 अन्य को आरोपी बनाया गया है।
महादेव एप का मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई में हैं और इनमें से रवि उप्पल को पुलिस ने हिरासत में लिया है। ईडी इंटरपोल की मदद से उसे वापस रायपुर लाने की तैयारी कर रही है। ईडी ने यूएई पुलिस के पास दस्तावेज जमा किए हैं, जिनका फिलहाल हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद किया जा रहा है। अनुवादित दस्तावेज़ों की समीक्षा के बाद, अदालत प्रमोटर को वापस लाने का आदेश जारी कर सकती है। इस बीच, ईडी डीएमएफ फंड की भी जांच कर रही है, दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पूछताछ और तलाशी ले रही है, भविष्य में गिरफ्तारी की भी संभावना है। महादेव ऐप मामला, जिसकी अनुमानित कीमत ₹15,000 करोड़ है, में प्रमुख राजनीतिक नामों, बॉलीवुड हस्तियों और अंडरवर्ल्ड के नाम शामिल हैं। गेमिंग इंडिया इस मुद्दे पर नई नई जानकारियां लगातार सामने ला रही है।