IPL में जुए की वजह से लोगों के परिवार बर्बाद होने की कहानियां लगातार आ रही है। ताजा मामले में कर्नाटक के चित्रदुर्ग के होसदुर्गा (Hosadurga of Chitradurga, Karnataka) में लघु सिंचाई विभाग के एक सहायक अभियंता दर्शन बाबू ने ऑनलाइन सट्टेबाजी (Online betting) में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा हार बैठे थे और जुआ माफिया उनसे यह रकम वसूलने के लिए लगातार उनका और उनके परिवार का उत्पीड़न कर रहा था। इससे परेशान दर्शन बाबू की पत्नी ने आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि दर्शन बाबू को जुआ खेलने की लत (gambling addiction) थी और वो लगातार जुआ खेलते रहते थे। वो अपना पैसा हारने के बाद जुआ माफिया से पैसा लेकर जुआ खेल रहे थे। इसके लिए उन्होंने 1.5 करोड़ रुपये से अधिक उधार लिए थे। इसमें से करीब एक करोड़ रुपये बाबू ने चुका दिए थे और अभी भी 84 लाख रुपये का कर्जा उनपर बकाया था। साहूकारों के उत्पीड़न से तंग आकर उनकी 24 वर्षीय पत्नी रंजीता ने 18 मार्च को आत्महत्या कर ली। रंजीता के पिता ने बताया कि रंजीता और दर्शन की शादी 2020 में हुई और 2021 में उन्हें बाबू की जुए की लत का पता चला।
अपनी शिकायत में वेंकटेश ने कहा कि उनकी बेटी कर्जदारों के लगातार उत्पीड़न से बेहद परेशान थी और इसी वजह से उसने आत्महत्या कर ली। उन्होंने 13 लोगों के नाम भी बताए हैं, जो दर्शन और उनके परिवार को परेशान कर रहे थे। उन्होंने एनडीटीवी को बताया, “वह (दर्शन) सट्टेबाजी खेलना नहीं चाहता था, लेकिन सट्टेबाजी खिलाने वालों ने यह कहकर दबाव डाला कि यह अमीर बनने का एक आसान तरीका है। उन्होंने सिक्यूरिटी के तौर पर कुछ ब्लैंक चेक भी दिए थे। “
चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक, धर्मेंद्र कुमार मीना ने न्यूज 18 को बताया, “रंजीता के पिता वेंकटेश की शिकायत के अनुसार, रंजीता ने उन लोगों के उत्पीड़न के कारण आत्महत्या की, जिन्होंने उसके पति दर्शन को पैसे उधार दिए थे। दर्शन उनसे उधार पैसे के बदले ब्लैंक चेक दे रहा था।”
पुलिस के मुताबिक, “लोग इस परिवार को धमकाते थे, घर के पास आते थे और उनके साथ झगड़ा करते थे। इसकी वजह से रंजीता परेशान रहने लगी और उसने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। पुलिस ने खुलासा किया कि रंजीता ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें साहूकारों द्वारा झेले गए उत्पीड़न का विवरण दिया गया है।
शिकायत के बाद पुलिस ने 13 संदिग्धों के खिलाफ आईपीसी 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। अब तक तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान शिवू, गिरीश और वेंकटेश के रूप में हुई है। जांच के दौरान पता चला कि दर्शन बालू ने आईपीएल सीजन के दौरान 2021 से 2023 के बीच साहूकारों से 84 लाख रुपये उधार लिए थे।