भारत में अवैध तरीके से बैटिंग का कारोबार कर रही परीमैच ने कहा है कि वह भारत में कारोबार करना मुश्किल है और यहां नकली वेबसाइट्स की परेशानियों से जुझ रही हैं। न्यूज़ एजेंसी यूएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में निवेश को लेकर इस अवैध कारोबार करने वाली कंपनी ने कहा है कि वह भारत में निवेश कंपनियों की ग्रोथ के लिए उचित नहीं है। हालांकि बड़ा सवाल है की जो कंपनी ना तो भारत में रजिस्टर है और ना ही यहां पर जुआ खिलाने पर जीएसटी दे रही है, वो कंपनी कह रही है कि भारत में निवेश में बढ़ोतरी नहीं है।
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पिछले कई सालों से भारत में अवैध कारोबार चला रही परीमैच ने इस कारोबार को ढंकने के लिए स्पोर्ट्स और न्यूज जैसे दूसरे डिविजन भी शुरु किए थे। हालांकि सभी को यह मालूम है कि परीमैच का मुख्य कारोबार अवैध जुआ खिलाना है। परीमैच का जुआ कारोबार देश के बाहर से ऑपरेट होता है। भारत में जिस प्लेटफार्म पर लोग परीमैच में दांव लगाते हैं, उसका सर्वर भारत में नहीं है, यह अवैध जुआ कंपनी भारत से सिर्फ दांव पर लगे फंड को हवाला के जरिए विदेश भेजती है। जिसकी जांच फिलहाल चल रही है।
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वित्त मंत्रालय ने इन अवैध जुआ कंपनियों को जीएसटी में रजिस्टर करने का एक मौका भी दिया था। जब मंत्रालय ने एक फार्म जारी कर इन कंपनियों को उसमें अपनी जानकारी देने के लिए कहा था। लेकिन अभी तक किसी भी कंपनी ने जीएसटी विभाग के पास रजिस्ट्रेशन नहीं किया है और बिना रजिस्ट्रेशन और जीएसटी दिए, यह जुआ कंपनियां भारत में कामकाज कर रही है। इन अवैध जुआ कंपनियों को लेकर सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भी कई बार गाइडलाइंस जारी की है, साथ ही गृह मंत्रालय और विभिन्न एजेंसियां भी इन कंपनियों को लेकर अलग-अलग तरह की जांच कर रही है।