त्योहारों के समय लोगों को gambling खिलवाकर उनसे पैसे लूटने के लिए देश में सैकड़ो जुआ चलने वाली वेबसाइट और ऑनलाइन एप (websites and onling app) खुलेआम चल रहे है। यह गैरकानूनी एप ना तो जीएसटी दे रही है और ना ही भारत में यह कहीं रजिस्टर है। इसके बावजूद भी विदेश में बैठकर भारत में जुआ ऑपरेट किया जा रहा है और यहां से कैश इकट्ठा करके विदेश में लेकर जा रहा है।
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दिवाली के समय लोगों के जुआ खेलने के सेंटीमेंट को देखते हुए यह ऑनलाइन मोबाइल गेमिंग एप लोगों को बड़े बोनस का ऑफर देकर लुभा रहे हैं। उदाहरण के लिए मोस्टबेट नाम की जुआ खिलाने वाली कंपनी पहले डिपॉजिट पर 180 परसेंट का बोनस दे रही है, यानी कि अगर इस साइट पर आप 821 रुपये का मिनिमम डिपॉजिट करके जुआ खेलते हैं तो कंपनी आपको इसका 180 परसेंट बोनस देगी और यह बोनस 45000 रुपए तक जा सकता है। इसलिए इस बोनस के लालच में बहुत सारे लोग इन कंपनियों पर जुआ खेल रहे हैं। इसी तरह बी.डॉट गेम ₹500 के डिपॉजिट पर 1,70,000 रुपए तक का बोनस देने की बात कह रही है। IOcrick नाम की वेबसाइट भी 100% बोनस देने की घोषणा कर रही है। ₹200 के डिपॉजिट पर वह 100% से लेकर 32,000 रुपए तक का बोनस दे रही है। जबकि Parimatch 150 परसेंट बोनस दे ही रही है, जो की ₹30000 तक जा सकता है। STAKE नाम की वेबसाइट भी 200 परसेंट से लेकर ₹100000 तक का बोनस देने की घोषणा कर रही है। ऐसे में लोगों को ₹200 लगाकर या ₹300 लगाकर ₹10000 तक के बोनस के लालच आ जाते है और इसी वजह से लोग जुए कि लत में जा रहे हैं।
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सोसाइटी अगेंट गैंबलिंग (SAG) नाम की संस्था के मुताबिक, भारत में इस समय सैकड़ो की संख्या में हुए की वेबसाइट चल रही हैं। जिनको लेकर समय-समय पर प्रधानमंत्री कार्यालय तक को भी शिकायतें की जा रही हैं। ऐसी करीब 500 से ज्यादा वेबसाइट की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर गृह मंत्रालय को दी हुई है, जिस पर कुछ कार्रवाई तो हुई है, हालांकि अभी भी बड़ी संख्या में यह वेबसाइट चल रही हैं। महादेव बुक्स की अभी भी बहुत सारे डमी एप चला रही है। उसके नाम से अलग अलग मिरर एप भी चल रहे हैं।
इस बारे में देश के प्रमुख गेमिंग विशेषज्ञ जय सत्या का कहना है कि यह गैंबलिंग एप पूरी तरह से गैरकानूनी है। यह लोगों को भी बेवकूफ बना रहे हैं। बोनस देने के नाम पर यह लोगों से अपने ऐप में पैसे जमा करवाते रहते हैं और उन्हें जुआ खिलवाते हैं। लेकिन जब आप पैसे जीत जाते हैं तो यह आपको जीती हुई रकम नहीं देंगे। बल्कि आपको और जुआ खेलने के लिए कहेंगे और बाद में आपके हाथ में कुछ नहीं आता। यह पूरी तरह से लोगों को गुमराह कर रहे हैं।