WinZo in court againt Google: गुगल के सिर्फ फैंटसी और रम्मी को प्ले स्टोर पर जगह देने के खिलाफ विंजो ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। गेमिंग कंपनी विंजो ने गुगल के इस कदम को रियल मनी गेमिंग कंपनियों के प्रति भेदभाव वाला बताया है। दिल्ली हाई कोर्ट में फाइल अपनी अपील में विंजो ने कहा है कि इस कदम से विंजो के कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
इकॉनॉमिक्स टाइम्स की ख़बर के मुताबिक, विजों ने सोमवार को ही गुगल के इस फैसले के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में केस फाइल किया है, जिसकी सुनवाई बुधवार को होनी है। अपने केस में विंजो ने कोर्ट से गुगल को इस कदम से रोकने की अपील की है। विंजो की को-फाउंडर सौम्या सिंह राठौर ने बताया कि गुगल के इस मनमाने फैसले से उनके कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
गुगल ने हाल ही में अपने एक पायलेट प्रोजेक्ट के तहत फैंटसी और रमी को प्ले स्टोर पर जगह दी थी, इससे पहले गुगल प्ले स्टोर पर रियल मनी गेमिंग के एप बैन थे। ऑनलाइन गेमिंग कंपनियां सिर्फ अपनी वेबसाइट्स से अपने एप को डाउनलोड करवा रही थी। गुगल के इस भेदभाव वाले रवैये के खिलाफ गेमिंग कंपनियों ने संसदीय कमेटी के सामने भी अपना पक्ष रखा था। उसके बाद ही गुगल ने पायलेट प्रोजेक्ट के नाम पर दो गेम्स को प्ले स्टोर पर जगह दी थी। लेकिन गुगल के इस फैसले से सबसे ज्य़ादा फायदा ड्रीम11 को होगा, जोकि फैंटसी गेमिंग में 70 परसेंट से ज्य़ादा मार्केट शेयर रखती है। साथ ही रमी खिलाने वाली कंपनियों को भी गुगल के इस कदम से फायदा होगा, लेकिन पूरे रियल गेमिंग सेक्टर में फैंटसी गेम्स की हिस्सेदारी 20 से 25 परसेंट ही है। इसको लेकर ही पूरी गेमिंग इंडस्ट्री में इस फैसले को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।