छत्तीसगढ़ में स्थानीय पुलिस (Local Police in Chhattisgarh) की जुए पर कड़ाई के चलते अब जुआरी जंगलों में जुआ खेल रहे हैं। जिन जंगलों में नक्सलियों के डर से आम लोग जाने से डरते हैं, उन जंगलों में जुआरी अपने अड्डे (Gamblers have their dens in the forests) बना रहे हैं। ऐसे ही बालोद जिले में पुलिस ने घने जंगलों के बीच चल रहे जुए के कारोबार पर छापा मारा है। पुलिस ने बालोद जिले के घने जंगलों के बीच जुआ खेलते 17 लोगों को पकड़ा है। पुलिस ने इसमें तीन लाख रुपये से ज्य़ादा की नकद और संपत्ति जब्त की है। पुलिस ने छापे में कुल 1.08 लाख रुपये की नकद राशि, 1.80 लाख रुपये की छह मोटरसाइकिलें और 50,000 रुपये मूल्य के 10 एंड्रॉइड मोबाइल फोन शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक, ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में सभी तरह के लोग शामिल हैं। इसमें अनुभवी जुआरियों से लेकर, लालच देकर लाए गए व्यक्ति भी शामिल है।
दरअसल छत्तीसगढ़ में जुआ काफी बड़े स्तर पर खेला जाता है। महादेव एप और अन्य ऑनलाइन गैंबलिंग एप की वजह से लोगों में जुए का चलन काफी बढ़ा है। राज्य की पुरानी सरकारों में जुए पर रोक को लेकर प्रभावी कदम नहीं उठाए गए थे। इस वजह से जुए की रोकथाम नहीं हो पा रही थी। लेकिन अब राज्य में सरकार के बदलने के बाद भाजपा सरकार जुए को लेकर काफी कड़े कदम उठा रही है। इसकी वजह से जुआरियों ने शहरों और कस्बों को छोड़कर जंगलों में अपने अड्डे बना लिए हैं। ऐसे ही एक अड़्डे पर पुलिस ने छापा मारा था।