महादेव बुक अवैध सट्टेबाजी ऐप पर जांच को आगे बढ़ाते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब महादेव बुक के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर से संबंध रखने वाले संदिग्ध व्यक्ति दीपक सावलानी के परिसरों पर छापा मारा है। माना जा रहा है कि दीपक सौरभ चंद्राकर की ‘जूस फैक्ट्री’ का कथित पार्टनर है। सावलानी के संबंध चंद्राकर के अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क से भी बताए जाते हैं। ईडी सट्टेबाजी रैकेट के एक अन्य संदिग्ध सतनाम सिंह से भी पूछताछ कर रही है।
ईडी ने महादेव बुक के साथ इसी तरह के संबंध रखने के लिए चार और व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी ली। राज एक्सप्रेस के अनुसार, चार संदिग्धों में सुरेश कुकरेजा, भरत रवानी, विकास बत्रा और गिरीश सावलानी शामिल हैं। वर्तमान जांच के आधार पर ईडी ने कार्रवाई की है और सोमवार सुबह से उनके घर और कार्यालय परिसरों की तलाशी ले रही है।
महादेव बुक को भारत में चल रहा सबसे बड़ा अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क माना जाता है। चंद्राकर और उसका साथी रवि उप्पल दुबई से महादेव बुक का संचालन कर रहे हैं। अधिकारियों का अनुमान है कि पूरे नेटवर्क की कुल राशि 5,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके अलावा, महादेव बुक के तहत काम करने वाले 60 से अधिक ऐप्स की पहचान की गई है।
दाऊद की भूमिका भी आयी सामने
बताया जा रहा है कि इनमें से एक खेलोयार भी शामिल है। जिसमें महादेव बुक की भूमिका है। जिसे पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम के भाई मुश्ताकीम इब्राहिम कासकर के साथ साझेदारी में संचालित किया जा रहा है। ऐप को भारत में कई बार कई लोकप्रिय हस्तियों द्वारा प्रचारित भी किया जाता है।
छत्तीसगढ़ में सरकार के लिए गले की हड्डी बन गया है महादेव बुक
फिलहाल छत्तीसगढ़ सरकार अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर भी आलोचनाओं के घेरे में है और सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार के खिलाफ भी ईडी ने महादेव बुक को मदद पहुंचाने के लिए पूछताछ की है। हालांकि, वर्मा के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिल सका और इसके कारण उसे फिलहाल पूछताछ से बाहर रखा है। वहीं राज्य सरकार केंद्र पर ऐप पर प्रतिबंध नहीं लगाने का आरोप लगा रही है। सीएम बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र के फैसले से एक जूस विक्रेता सबसे बड़ा सट्टेबाजी नेटवर्क चला रहा है।