सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तमिलनाडु सरकार (Tamilnadu Government) द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका (SLP) पर सुनवाई की, जिसमें मद्रास उच्च न्यायालय के नवंबर 2023 के फैसले को चुनौती दी गई थी, जिसमें दूसरे ऑनलाइन गेमिंग प्रतिबंध कानून के कुछ प्रावधानों को असंवैधानिक बताया गया था। यह मामला मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया गया था। सुनवाई शुरू होने के तुरंत बाद वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी के बीमार होने की वजह से ऑनलाइन रमी कंपनियों के वकील ने इसी आधार पर स्थगन की मांग की, जिसे कोर्ट ने मानकर 5 फरवरी की नई डेट दी है ।
तमिलनाडु सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि तमिलनाडु और कर्नाटक सरकारों की अन्य संबंधित अपीलों में भी इसी तरह के मुद्दे विचार के लिए उठे हैं और इस मुद्दे पर भी विचार किया जा सकता है। हालाँकि मामले को आगे बढ़ाने से पहले रोहतगी के स्थगन के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए पीठ को शामिल किया गया था।
मामला अब अगले सोमवार, यानी 5 फरवरी, 2024 को फिर से सूचीबद्ध किया जाएगा। वरिष्ठ वकील डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी, गोपाल शंकरनारायणन, सीए सुंदरम ऑनलाइन रम्मी कंपनियों के लिए पेश हो रहे हैं। तमिलनाडु सरकार का प्रतिनिधित्व सिब्बल के साथ हाल ही में नामित वरिष्ठ वकील अमित आनंद तिवारी ने किया है।
चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचुड़ की अध्यक्षता वाली पीठ मनी गेमिंग पर जीएसटी से संबंधित कर अपीलों पर भी सुनवाई कर रही है। इन मामलों में शीर्ष अदालत ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले पर अंतरिम रोक लगा दी, जिससे लगभग 99 कंपनियों को टैक्स नोटिस जारी करने का रास्ता साफ हो गया। टैक्स मामलों में अंतिम सुनवाई अप्रैल 2024 में होनी है। सोमवार को मामले की सुनवाई होने पर तमिलनाडु सरकार मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले के क्रियान्वयन पर अंतरिम रोक के लिए भी अपील कर सकती है।
तमिलनाडू सरकार ने अपनी अपील में कहा गया है कि कौशल के खेल में भी, एक खिलाड़ी द्वारा अपनी सफलता की संभावना पर लगाए गए दांव की अच्छी तरह से गणना नहीं की जा सकती है, खासकर तब जब खिलाड़ी के पास खेल के बारे में विश्वसनीय डेटा नहीं होता है जैसे कि उनके प्रतिद्वंद्वी का कौशल ) (उदाहरण के लिए, जब किसी बॉट के विरुद्ध खेल रहे हों)। इसलिए याचिका में कहा गया है कि भले ही ऑनलाइन रम्मी और ऑनलाइन पोकर को कौशल का खेल माना जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होगा कि राज्य कौशल के ऐसे खेलों पर सट्टेबाजी पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता है।