Offshore gambling apps विदेशों में बैठकर देश में जुआ खिलवाने वाली कंपनियों की मुश्किलें अब बढ़ने जा रही है। वित्त मंत्रालय ने डीजीआईसी की टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट में विदेशी गैंबलिंग एप्स को लेकर एक विशेष टीम की तैनाती की है, जोकि इन एप्स पर नज़र रखेंगे और इनमें होने वाले वित्तीय लेनदेन को पकड़ेंगे।
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने बताया कि विदेशी गैंबलिंग एप्स में क्रिप्टो करेंसी में होने वाले लेनदेन को भी कैश लेनदेन की तरह ही देखा जाएगा। इसको लेकर इंकम टैक्स एक्ट में बदलाव भी किया जा रहा है, जिसमें वर्चुअल डिजीटल करेंसी को भी करेंसी में शामिल किया जा रहा है। यह विदेशी एप्स नियम कायदे मान रहे हैं या नहीं इसपर भी नजर रखी जाएगी।उन्होंने कहा कि जो एप्स नियम कायदे नहीं मानेंगे, उन्हें सूचना प्रसारण कानून के तहत ब्लॉक किया जाएगा।
दरअसल देश में विदेशी टैक्स हैवन से बैठकर बड़ी संख्या में विदेशी गैंबलिंग एप्स जुआ खिला रहे हैं। हर साल ये एप्स एक लाख करोड़ रुपये से ज्य़ादा का कारोबार कर रहे हैं, लेकिन टैक्स के नाम पर ये कुछ नहीं दे रहे हैं। साथ ही मनी लाउंड्रिंग और दूसरे तरीकों से भारतीय पैसे को विदेशों में भी भेज रहे हैं। खुद संसदीय कमेटी ने भी ये माना है कि ये विदेशी एप्स मनी लाउंड्रिंग और टेरर फंडिंग में शामिल हो सकते हैं।