Thursday, September 19, 2024
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क्या अवैध जुए के कारण नेपाल में बंद हुआ चीनी एप टिकटॉक?

भारत के बाद नेपाल सरकार ने चीना एप टिक टॉक को बंद कर दिया है। लेकिन इस एप पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारणों की सरकार ने घोषणा नहीं की है, जानकारी के मुताबिक टिकटॉक अवैध जुए और अश्लीलता के कारण देश में बड़ी सामाजिक बुराई पैदा कर रहा था, इसको देखते हुए नेपाल सरकार ने इसको बैन कर दिया है। 13 नवंबर को इसपर बैन की घोषणा की गई थी। इस एप पर जुआ सामग्री, अभद्र भाषा, सरकार विरोधी सामग्री और अन्य की कई तरह की अश्लील सामग्री संबंधित है।

भारत की तरह नेपाल में भी जुआ खेलना सख्त मना है। गौरतलब है कि इस साल जनवरी से जब टिकटॉक पर अवैध जुए और सट्टेबाजी को बढ़ावा देने की शिकायतें पहली बार सामने आईं तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।

किसी भी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की तरह, स्थानीय भुगतान वाले टिकटॉक अपने प्रशंसकों को अवैध जुआ ऐप्स के लिए भुगतान करता है। वास्तव में, जून में अवैध जुआ प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने के लिए कई प्रभावशाली लोगों को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन अवैध जुए का प्रचार टिकटॉक के जरिए फिर भी बेरोकटोक चल रहे था, जिससे सरकार को इस एप को बंद करना पड़ा।

दरअसल नेपाल में जुए के विज्ञापन सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के लिए कमाई का प्रमुख स्रोत हैं, वहीं टिकटॉक पहले से ही डेटा चोरी जैसे कई अन्य कारणों से कुख्यात था। इस कारण से, ऐप को कई अन्य देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि कई अन्य ने इसके उपयोग पर कई प्रतिबंध लगाए हैं।

टिकटॉक पर प्रतिबंध के साथ, अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी आलोचना के घेरे में आ गए हैं क्योंकि सरकार मांग कर रही है कि फेसबुक, एक्स, यूट्यूब और अन्य को नेपाल में ही अपना रिसोर्स सेंटर बनाना चाहिए।

आधिकारिक बयान के अनुसार, “पिछले गुरुवार को नेपाल कैबिनेट ने सोशल नेटवर्किंग 2023 के संचालन पर निर्देश, इन कंपनियों को निर्देश के लागू होने के तीन महीने के भीतर या तो नेपाल में एक कार्यालय स्थापित करने या एक लोकल व्यक्ति को नामित करने के लिए बाध्य करता है।”

टिकटॉक अभी भी ऑस्ट्रेलिया में फल-फूल रहा है
ऑस्ट्रेलियाई सरकार, पिछले कुछ महीनों में, कई प्रतिबंधात्मक और दंडात्मक उपाय करके नागरिकों को अत्यधिक जुआ विज्ञापनों से बचाने के लिए काम कर रही है। हालाँकि, अवैध जुए और विज्ञापनों के खिलाफ तमाम कार्रवाइयों के बावजूद, देश में टिकटॉक अभी भी वैध है।

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deepakupadhyaya
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Deepak Upadhyay is working in journalism field since last 22 years, started journalism from Amar Ujala Chandigarh Deepak worked in various positions in Rajasthan Patrika, S1 Channel, Bhaskar Group and Zee Media. Due to his policy and investigative reporting, he also received the prestigious Red Ink and Narada Samman. Currently, he is working continuously with his three websites (Gaming India, Ayurveda Indian and Ikhbar) as well as organizations like Panchjanya, Swadesh, Navodaya Times, TV9 and TV18.
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