Money laundering & terror financing: इंकम टैक्स की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने विदेशी अवैध गेंबलिंग साइट्स (Offshore gambling sites) के जरिए मनी लाउंड्रिंग और टेरर फंडिंग की आशंका जताई है। वित्त की संसदीय कमेटी की रिपोर्ट में इंकम टैक्स की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट कहा है कि विदेशी गेंबलिंग साइट्स मल्टीपल यूपीआई और फर्जी बैंक अकाउंट्स के जरिए मनी लाउंड्रिंग कर रही है।
गेमिंगइंडिया.इन लंबे समय से अवैध विदेशी गैंबलिंग साइट्स के मनी लाउंड्रिंग से जुड़ी ख़बरें दे रही है। देश में अवैध जुए का सालाना कारोबार 2 लाख करोड़ रुपये से भी ज्य़ादा का है। इसमें फर्जी बैंक खातों और विभिन्न नामों पर अलग अलग यूपीआई आईडी के जरिए जुए के लिए दांव लगाए जाते हैं और फिर इस पैसे को नकली बैंक खातों और हवाला के जरिए विदेशों में भेज दिया जाता है।
इंकम टैक्स की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने संसदीय कमेटी को इस बारे में दी जानकारी में आशंका जताई है कि ये पैसा टेरर फंडिंग में भी इस्तेमाल हो रहा है। संसदीय कमेटी को बताया गया है कि विदेशी अवैध गैंबलिंग साइट्स चार तरीकों से मनी लाउंड्रिंग कर रही हैं। FIU के मुताबिक ये साफ है कि टैक्स हैवन में बैठी हुई जुआ कंपनियां भारत में ये कारोबार कर रही हैं।
असल में देशभर में सैकड़ों की संख्या में इस तरह की अवैध वेबसाइट चल रही हैं और इन वेबसाइट को सरकार ने प्रतिबंधित भी किया है। उसके बावजूद ये वेबसाइट सरोगेट डोमेन के जरिए अपना अवैध कारोबार चला रही हैं। उनका कहना है कि खासबात ये है कि इन वेबसाइट ने कई फिल्म स्टार और सोशल मीडिया इंफ्लूएंशरों को अपने प्रमोशन के लिए उतारा है। जिसके कारण भोलेभाले देशवासी इनके जाल में फंसकर अपना पैसे का नुकसान कर रहे हैं।