Online gaming advertisement: सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information & Broadcasting) की बैटिंग-गैंबलिंग कंपनियों के विज्ञापनों पर जारी एडवाइजरी (Advisory on Betting-Gambling advertisements) के बाद न्यूज चैनलों ने बैटिंग-गैंबलिंग कंपनियों के साथ साथ देसी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के विज्ञापन भी रोक दिए हैं। इससे देसी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियां परेशानी में आ गई हैं।
दूसरी ओर भारत साउथ अफ्रीका के 4 अक्टूबर को हुए मैच में बैटिंग कंपनी फेयरप्ले का विज्ञापन लगातार नज़र आ रहा था। देश में लगातार विदेशी प्रतिबंधित जुआ खिलाने वाली कंपनियों के विज्ञापन टीवी चैनलों और अन्य वेबसाइट्स पर लगातार नज़र आ रहे थे। इसको देखते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सेटलाइट चैनलों, ओटीटी प्लेटफार्म और वेबसाइट्स को चेतावनी जारी कर कहा था कि अगर विदेशों से संचालित बैटिंग-गैंबलिंग कंपनियों के विज्ञापन दिखाए तो मंत्रालय इसपर एक्शन लेगा। मंत्रालय ने पिछले कुछ महीनों में दूसरी बार इस तरह की एडवाइज़री बैटिंग-गैंबलिंग कंपनियों के विज्ञापनों पर जारी की थी। आईपीएल और एशिया कप के दौरान भारतीय टीवी चैनलों से लेकर सभी जगह बैटिंग-गैंबलिंग कंपनियों के विज्ञापन धडल्ले से आ रहे थे। Flairplay, 1xbet, parimatch जैसी कई कंपनियों ने कई भारतीय खिलाड़ियों और अभिनेताओं जैसे युवराज सिंह, मैरी कॉम और रणबीर कपूर को विज्ञापनों में लेकर भारतीय युवाओं को गैंबलिंग के लिए ललायित करने की कोशिश की थी। क्रिकेट के दौरान ये विज्ञापन बढ़ते जा रहे थे। सरकार की पहली एडवाइज़री के बाद फेयरप्ले नाम की गैंबलिंग कंपनी ने तो फेयरन्यूज नाम की एक वेबसाइट शुरु कर दी ताकि वो सेरोगेट विज्ञापन दिखा सके। लेकिन सरकार ने इसके विज्ञापन की रोकने की एडवाइज़री जारी की है।
ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के विज्ञापन रोके
दूसरी ओर इस एडवाइज़री के बाद भारतीय न्यूज और अन्य चैनलों ने देशी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के विज्ञापन भी रोक दिए हैं। हालांकि सरकार की एडवाइज़री में साफ लिखा गया है कि ऑफश्योर बैटिंग-गैंबलिंग कंपनियां, लेकिन जानकारी के अभाव में भारत में कानूनी रूप से मान्य ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के विज्ञापनों को भी कुछ टीवी चैनलों ने रोक दिया है।