Society against gambling के ओपिनियन ट्रेडिंग के खिलाफ मुहिम चलाने के बाद अब धीरे धीरे करके कंपनियां ओपिनियन ट्रेडिंग को बंद करने लगी है। प्रोबो के खिलाफ हरियाणा में FIR होने के बाद इसमें और तेज़ी आई है। अब ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म TradeX ने अपने रियल-मनी गेमिंग ऑपरेशन को बंद कर दिया है, कंपनी अब फ्री-टू-प्ले, कैजुअल सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म पर जा रही है।
एक ब्लॉग पोस्ट में, TradeX ने आरोप लगाया है कि 28 परसेंट जीएसटी बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचा रहा है। कंपनी ने लिखा है कि ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर “भारी” 28 प्रतिशत माल और सेवा कर (GST) के कारण हुआ है, जो “बड़े खिलाड़ियों के पक्ष में है और विकास और लाभप्रदता को मुश्किल बनाता है”।
दरअसल ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को किसी भी घटना पर बैटिंग करता था, मौसम से लेकर राजनैतिक गतिविधियों पर यह सीधे तौर पर बैटिंग कराया करता था, इसको लेकर गैंबिंग के खिलाफ काम करने वाली एक संस्था सोसाइटी अगेंस्ट गैंबलिंग ने सभी एजेंसियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद इनपर कार्रवाई होने लगी थी।
TradeX के अलावा, भारत में इस क्षेत्र में गुरुग्राम स्थित प्रोबो, स्पोट्सबाजी और MPL Opinio जैसी कंपनियाँ हैं। जहाँ पूर्व खेल, चुनाव और क्रिप्टोकरेंसी जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर प्रश्न प्रदान करता है, वहीं बाद वाला केवल क्रिकेट मैचों से संबंधित प्रश्नों से निपटता है।
ये प्लेटफ़ॉर्म प्रतिभागियों को किसी भी खेल, राजनीतिक, मौसम या क्रिप्टो घटनाओं पर अपनी भविष्यवाणियों में निवेश करके पैसा कमाने की अनुमति देते हैं। प्रतिभागी अपनी भविष्यवाणियों के आधार पर किसी भी घटना पर दांव लगा सकते हैं। यदि भविष्यवाणियाँ सही हैं, तो प्रतिभागी पैसे कमाता है, और यदि भविष्यवाणी गलत हो जाती है, तो वे हार जाते हैं।
ट्रेडएक्स का बंद होना ऐसे समय में हुआ है जब तथाकथित ओपिनियन ट्रेडिंग सेगमेंट में जांच बढ़ रही है। इस महीने की शुरुआत में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने निवेशकों को ऐसे प्लेटफ़ॉर्म से निपटने के खिलाफ़ चेतावनी दी थी।