Saturday, November 30, 2024
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Gamblers in Gujrat: गुजरात में गैंबलर राजदेव पर पुलिस ने कड़ा किया शिकंजा

The state police has intensified its campaign against gambling promoters in Gujarat. Rajkot City Police has started investigation into three separate cases of online cricket betting.

Gamblers in Gujrat: गुजरात में जुआ खिलाने वालों के खिलाफ राज्य पुलिस ने अभियान तेज़ कर दिया है। राजकोट सिटी पुलिस ने ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी के तीन अलग-अलग मामलों की जांच शुरू की है, जिसमें अवैध जुआ गतिविधियों के एक जटिल नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पीएम अंगड़िया के प्रबंध निदेशक तेजस राजदेव सहित आरोपी जुआ अधिनियम के तहत गंभीर आरोपों में फंस गए हैं, जिससे राजकोट अपराध शाखा की विस्तार से जांच की जा रही है।

पहली शिकायत मंगलवार, 23 जनवरी को शाम 19:35 बजे दर्ज की गई, उसके बाद दूसरी शिकायत रात 21:20 बजे और तीसरी शिकायत रात 22:35 बजे दर्ज की गई। प्रारंभिक शिकायत में सुकेतु भूता, नीरव पोपट (जिन्हें मोंटू खमन के नाम से भी जाना जाता है) और तेजस राजदेव का नाम है, जबकि दूसरी में निशांत छग, सुकेतु भूता और तेजस राजदेव का नाम शामिल है। तीसरी शिकायत में भावेश खाखर, सुकेतु भुटा, नीरव पोपट, अमित पोपट (मोंटू खमन) और तेजस राजदेव को आरोपी व्यक्तियों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

पहली एफआईआर (शाम 19:35 बजे): सुकेतु भुटा, नीरव पोपट (मोंटू खमन) और तेजस राजदेव पर जुआ अधिनियम के तहत अवैध गतिविधियों पर ध्यान देने के साथ क्रिकेट सट्टेबाजी में शामिल होने से संबंधित आरोप हैं। पुलिस ने जुआ नेटवर्क के भीतर उनकी भूमिका और कनेक्शन की जांच शुरू कर दी है।

दूसरी एफआईआर (21:20 PM): निशांत चाग, सुकेतु भुटा और तेजस राजदेव पर अवैध क्रिकेट सट्टेबाजी गतिविधियों में भाग लेने का आरोप है। पुलिस जुए के व्यापक नेटवर्क में उनकी संलिप्तता और कनेक्शन की जांच कर रही है।

तीसरी एफआईआर (22:35 बजे): भावेश खाखर, सुकेतु भुटा, नीरव पोपट, अमित पोपट (मोंटू खमन) और तेजस राजदेव को इस शिकायत में शामिल किया गया है, जिसमें कथित क्रिकेट सट्टेबाजी नेटवर्क में उनकी भूमिका के एंगेल से जांच की जा रही है। पुलिस अवैध गतिविधियों की व्यापक समझ बनाने के लिए आरोपियों के बीच संबंधों और बातचीत की जांच कर रही है।

पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद जांच शुरू की और आरोपी व्यक्तियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए। सुकेतु भुटा, निशांत चाग, भावेश खाखर और तेजस राजदेव के फोन जब्त कर लिए गए, जिससे क्रिकेट सट्टेबाजी से जुड़े कई सबूत सामने आए, जिनमें अकाउंट आईडी और मास्टर आईडी भी शामिल हैं।

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