Playstation के लिए दुनियाभर में मशहूर जापानी कंपनी सोनी के प्राफिट में गेमिंग की वजह से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने लंबे समय से गेमिंग पर विशेष जोर दिया हुआ है। इस साल की पहली तिमाही में कंपनी का नेट प्राफिट 279.11 बिलियन येन हो गया है। इसमें कंपनी के मशहूर Playstation कंसोल बिक्री ने नए मुकाम को छू लिया है। इस दौरान सिर्फ कंसोल की बिक्री से ही 864.9 बिलियन येन का रेवेन्यू आया है, जिसकी वजह से कंपनी के प्राफिट में खासी बढ़ोतरी हुई है।
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दुनिया में गेमिंग कंसोल कारोबार काफी बड़ा है। इस बाज़ार में सोनी का प्लेस्टेशन सबसे प्रमुख कंसोल में से एक है। कंपनी का यह कंसोल एक समय पूरी दुनिया में गेमिंग के दिवानों के लिए बड़ी बात थी। लेकिन इसके बाद माइक्रोसाफ्ट के एक्सबॉक्स और निनटेंडो की इंट्री ने सोनी के प्लेस्टेशन के बाज़ार को काफी हद तक सीमित कर दिया था। ऐसे में सोनी के कुल रेवेन्यू में प्लेस्टेशन के हिस्सेदारी का बढ़ना, कंसोल बाज़ार में प्लेस्टेशन की प्रभावी पकड़ को दिखाता है।
फिलहाल कंसोल के 9th जनरेशन में तीन प्रमुख प्रतियोगी थे: सोनी कॉर्प, माइक्रोसॉफ्ट इंक (एमएसएफटी) का एक्सबॉक्स और निनटेंडो । इसके बाद कंपनियां अपने नए तरीकों और गेम्स से बाज़ार पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं। सोनी अपनी स्टोरेज और हार्डवेयर क्षमताओं के कारण अभी भी बाज़ार में बनी हुई है। इसके उलट माइक्रोसॉफ्ट का स्ट्रांग प्वाइंट उसकी सॉफ्टवेयर क्षमता है। कंप्यूटर ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर में इसका प्रभुत्व है। निनटेंडो Wii को हार्डकोर गेमिंग और इंटरटेनिंग गेमिंग की वजह से मशहूर हैं।
सर्वाधिक बिकने वाले वीडियो कंसोल और बाजार हिस्सेदारी के लिए कंपनियों के बीच युद्ध लगातार बढ़ता जा रहा है, क्योंकि यह लड़ाई अब केवल कंसोल बेचने से आगे बढ़कर सदस्यता-आधारित सेवाओं की पेशकश तक पहुंच गई है, जो गेमर्स को नए और पहले से जारी किए गए गेम तक पहुंच प्रदान करती है।