अवैध विदेशी गैंबलिंग प्लेटफार्म (Illegal gambling ) के प्रचार को सीमित करने के लिए The Advertising Standards Council of India ने घरेलू गेमिंग कंपनियों की तीनों प्रमुख फेडरेशन के साथ एक समझौता किया है। जिसमें तीनों फेडरेशन की शिकायतों पर कार्रवाई करेगा। इससे पहले तीनों फेडरेशन अपने अपने स्तर पर विदेशी जुआ एप्स को लेकर सरकार से शिकायतें करते थे। लेकिन बहुत सारे मीडिया प्लेटफार्म फिर भी इन विज्ञापनों को स्थान देते थे। इन विदेशी जुआ एप्स के विज्ञापनों को लेकर इससे पहले सरकार ने भी मीडिया संस्थानों से लेकर सोशल मीडिया कंपनियों को समय समय पर चेतावनी जारी की थी।
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इस करार के मुताबिक काउंसिल अवैध विदेशी एप्स के विज्ञापनों पर नज़र रखने के लिए एक विशेष मॉनिटरिंग सेल बनाएगी। यह सेल इस तरह के विज्ञापनों को लेकर विभिन्न मंत्रालय को रिपोर्ट करेगा। यह करार जनवरी से ही लागू किया गया है, इसी के तहत इस सेल ने अभी तक 400 से ज्य़ादा शिकायतें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को की हैं। काउंसिल के मुताबिक, इससे पहले भी उन्होंने इस तरह की 1300 से ज्य़ादा शिकायतें मंत्रालय को की थी। इस मौके पर संस्था की महासचिव मनीषा कपूर ने कहा कि भारतीय ग्राहक इस तरह के विज्ञापनों से उन गैंबलिंग एप्स के चक्कर में पड़ जाते हैं, जिनकी भारत में कोई जवाबदेही नहीं है। देश में कई बड़ी हस्तियां भी इस तरह के विज्ञापनों में दिखाई दिए हैं।
इस मौके पर ई-गेमिंग फेडरेशन के सीईओ अनुराग सक्सेना ने कहा कि बहुत सारे भारतीयों ने इन गैंबलिंग एप्स के चक्कर में पैसे गवाएं हैं। इसलिए हम लगातार रिस्पांसिबल गेमिंग की बात करते आए हैं।