Exclusive: आईपीएल का सीज़न (IPL season) शुरु होने जा रहा है, अगले दो महीने क्रिकेट के दीवानों के लिए रोज़ स्कोर और कौन जीता इसपर ही चर्चा रहने वाली है। ऐसे में मार्केटिंग कंपनियों के लिए कारोबार बढ़ाने का समय भी होता है, लेकिन इस बार जीएसटी की मार झेल रही गेमिंग कंपनियां इस क्रिकेट के बड़े इवेंट से दूरी बनाए हुए हैं। पिछले कुछ सालों तक ड्रीम11 इस क्रिकेट टूर्नामेंट का टाइटल स्पांसर हुआ करता था, लेकिन अब उसने भी इससे दूरी बनाई हुई है। दूसरी बड़ी कंपनियां जैसे MPL, Zupee, Gameskraft और Winzo भी पहले की तरह इस बार एक्टिव नहीं है।
इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक, आईपीएल में किसी भी गेमिंग कंपनी का विज्ञापन का खर्चा काफी रहता है, शुरुआती दौर में तो कंपनियां अपनी पहचान बनाने के लिए इस खर्चे को उठा लेती हैं, लेकिन इस बार 28 परसेंट जीएसटी लगने के बाद अब कंपनियों के लिए खुद ही फंड की कमी हो गई है। ऐसे में आईपीएल जैसे बड़े खर्चे वाले इवेंट के लिए मार्केट करना मुश्किल हो गया है। हालांकि माईसर्किल11, Dream11 और कई कंपनियां अपने कस्टमर बेस को बढ़ाने के लिए कुछ खर्चा कर रही हैं, लेकिन यह पिछले कुछ सालों में गेमिंग कंपनियों के खर्चे के मुकाबले काफी कम है।
पिछले कुछ सालों में फैंटेसी गेमिंग ऐप्स ने आईपीएल से बड़ी कमाई है। पिछले साल रेडसीर की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईपीएल 2023 से फैंटेसी ऐप्स को लगभग 2,800 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का फायदा हुआ था। जबकि 2022 में यह 2,250 करोड़ रुपये था। आईपीएल 2023 के दो महीनों के दौरान फैंटेसी गेमिंग का कुल यूजर बेस 6.1 करोड़ तक पहुंच गया, और उनमें से 35% फैंटेसी गेमिंग में नए थे। हालाँकि, इन परिणामों को प्राप्त करने के लिए, फैंटेसी ऐप्स को आईपीएल से पहले विज्ञापनों और मार्केटिंग पर काफी खर्च करना पड़ा। लेकिन 28 परसेंट जीएसटी यह सारा खेल ही बिगाड़ दिया है। अब फिलहाल कंपनियां काफी मुश्किल से अपने खर्चे निकाल रही हैं।