Mahadev betting app मामले में जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को पता चला है कि महादेव एप के प्रमोटर्स जुए के कमाए हुए पैसे को शेयर बाज़ार में निवेश कर रहे थे। इन पैसों के जरिए शेयर बाज़ार में छोटे शेयरों में आर्टिफिशियल तेज़ी लाई जा रही थी। ईडी के मुताबिक, इस पैसे से शेयर बाजार में लगभग ₹1,100 करोड़ का निवेश किया गया और इसके लिए कई डमी खातों और फर्जी बैंक संस्थाओं का इस्तेमाल किया जा रहा था। जांच पूरी होने तक ईडी इन शेयरों को फ्रीज रखेगी।
ईडी ने महादेव एप के खिलाफ अपनी जांच के दौरान पाया कि महादेव एप अपने पैसे को घुमाने के लिए शेयर बाज़ार के डीमैट अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रहा है। इसके लिए मुख्य आरोपी हरि शंकर टिबरेवाल इस पैसे को घुमा रहा था, इस जांच के दौरान ईडी ने घोटाले से जुड़े डीमैट खातों में ₹1,100 करोड़ से अधिक के शेयर बाजार पोर्टफोलियो को फ्रीज कर दिया है।
ई़डी के मुताबिक, “29.02.2024 तक, हरि शंकर टिबरेवाल के सब्सिडरी कंपनियों के पास स्टॉक पोर्टफोलियो में लगभग ₹580 करोड़ के शेयर थे। विदेशी संस्थाओं ने भी एफपीआई मार्ग के माध्यम से भारत में निवेश किया था और 29.02.2024 को वे पाए गए थे स्टॉक पोर्टफोलियो में ₹606 करोड़ की प्रतिभूतियां होंगी,” ईडी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा।
लोगों को जुआ खिलाकर Mahadev app के प्रमोटर कर रहे थे share बाज़ार में investment
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